स्टार न्यूज नेटवर्क ब्यूरो , पन्ना/ (www.starnewsnetworks.com) पन्ना, पन्ना जिले में अनेक ऐतिहासिक प्राचीन मंदिर स्थापित है तथा उक्त मंदिरों की करोड़ों की संपत्ति है सैकड़ो एकड़ जमीन है लेकिन कुछ पुजारी तथा रखरखाव करने वाले लोगों ने उक्त मंदिर की जमीन तथा संपत्तियां अपने नाम कर ली है इसी प्रकार का मामला गुनौर तहसील अंतर्गत ग्राम सुहागी पगारा का सामने आया है जहां पर लगभग 75 वर्ष पूर्व सन 1950 में जानकी रमन मंदिर का निर्माण किया गया था तथा मंदिर में भगवान की प्राण प्रतिष्ठा स्थानीय निवासी भरोसे बिदुआ द्वारा कराई गई थी उन्हीं के द्वारा मंदिर की सेवा पूजा एवं रखरखाव के लिए अपनी खुद की 14 एकड़ जमीन भी दी गई थी , तथा 3 एकड़ जमीन हरगोविंद बिदुआ द्वारा मंदिर को ही दान की गई इस प्रकार मंदिर की जमीन लगभग 17 एकड़ हो गई।
5 वर्ष प्रकरण चलने के बाद मामले का फैसला करते हुए जानकी रमन मंदिर उसकी संपत्ति तथा जमीन प्रशासक कलेक्टर के नाम दर्ज करने का आदेश पारित कर दिया है
संचालक पुजारी द्वारा मंदिर संचालन के लिए दो-तीन ग्रामों को मिलाकर एक कमेटी बनाई गई तथा मंदिर का संचालन होता रहा उक्त प्रबंध कमेटी द्वारा लगभग 35 वर्ष तक बेहतर रख रखा है एवं संचालन किया इसके बाद संचालक की मृत्यु हो गई उसके बाद सर्वहारा कार जानकी प्रसाद को बनाया गया। जानकी प्रसाद ने मृत होने पर संचालन की जिम्मेदारी लालू प्रसाद को सौंप दी लालू प्रसाद ने मंदिर की जमीन तथा अन्य सारी संपत्ति अपने दामद दिलीप कुमार के नाम कर दी गई उक्त जमीन जानकी प्रसाद के पुत्र विष्णु प्रसाद के नाम कर दी गई विष्णु प्रसाद ने षड्यंत्र करके उक्त सारी जमीन अपने नाम करा ली तथा उक्त जमीन पर खेती करने लगे। जिसकी जानकारी स्थानीय लोगों को लगने पर सभी ने आपत्ति जताई तथा दर्द समिति बनाकर कलेक्टर न्यायालय में प्रकरण दर्ज कराया कलेक्टर द्वारा संपूर्ण दस्तावेजों का अवलोकन करने के बाद 5 वर्ष प्रकरण चलने के बाद मामले का फैसला करते हुए जानकी रमन मंदिर उसकी संपत्ति तथा जमीन प्रशासक कलेक्टर के नाम दर्ज करने का आदेश पारित कर दिया है तथा दो सदस्य समिति गठित कर तत्काल कब्जाधारियों को बेदखल करने के आदेश जारी किए गए हैं समिति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले संतोष कुमार चनपुरिया तथा गुड्डे सेठ की महत्वपूर्ण भूमिका रही इनके द्वारा पूर्व में भी मंदिर को मुक्त करने को लेकर आंदोलन भी किया था।