
स्टार न्यूज नेटवर्क ब्यूरो , पन्ना/ (www.starnewsnetworks.com) पन्ना, जिले में मनमानी ढंग से प्रशासनिक तंत्र काम कर रहा है तथा शासन को लगातार आर्थिक नुकसान कर राजकोषीय क्षति पहुंचा रहा है , राजनीतिक गतिविधियों से जुड़े अधिकारी कर्मचारी अपना दायित्व का निर्वाह नहीं कर रहे हैं तथा सौपे गए कार्य से सालों से अनुपस्थित हैं उसके बावजूद कोई कार्यवाही नहीं हो रही है , इसी प्रकार का मामला शाहनगर जनपद पंचायत अंतर्गत हाई स्कूल मैंहा का सामने आया हैा। बीते कुछ दिनों से संकुल केन्द्र मैन्हा का प्रकरण जोरो से चर्चा का केन्द्र बना हुआ है, प्रशासन की भी नाक पर बन आई है। संकुल केन्द्र मैन्हा में पदस्थ माध्यमिक शिक्षक बाल्मीकि बागरी, जोकि घर पर आराम फरमाते हुए अनवरत प्रशासनिक कृपा से 73000/- रू0 प्रतिमाह अपने वैतनिक खाते में प्राप्त कर रहे है, वही दूसरी और शिकायर्कर्ता से कार्यवाही और जाॅच के नाम पर शासकीय कार्यालयों के चक्कर लगवाए जा रहे है, जबकि शिकायर्कर्ता के द्वारा साक्ष्य सहित शिकायत की गई है, कि पूर्व प्रभारी प्राचार्य सुशील श्रीवास्तव और डी.डी.ओ शाहनगर रागिनी तिवारी द्वारा मिलकर वेतन घोटाले का खेल रचा गया, संबंधितों के द्वारा शासन को अनुमानित 72 लाख रू0 की चपत लगाई गई है।

साक्ष्य सहित आवेदन के बावजूद जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा सात दिवस के अन्दर जाॅच सौपने का निर्देश देकर डेमेज कन्ट्रोल हेतु जाॅच समिति गठित की गई, किन्तु साहेब के आदेश को धता बताते हुए बेखौफ जाॅच समिति चार माह हो चुके है, खबर लिखे जाने तक जाँच दल अपनी जाॅच रिर्पोट जिला शिक्षा कार्यालय पन्ना में नहीं सौप सकी है। जिला शिक्षा कार्यालय की प्रशासनिक प्रक्रिया पर अंधेर नगरी चौपट राजा की कहावत चरितार्थ हो रही है। मैन्हा हाई स्कूल में बाल्मिक बागरी माध्यमिक शिक्षक के पद पर पदस्थ रहे वह लगातार 3 वर्ष विद्यालय नहीं गए लेकिन उनकी वेतन लगभग तिहत्तर हज़ार रुपये हर माह निकलती रही, इसके संबंध में स्थानीय लोगों द्वारा शिकायत की गई तथा मामले की जांच जिला कलेक्टर कार्यालय तक पहुंची , लगभग 4 महीना बीत जाने के बाद भी आज दिन तक संबंधितो पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है, ज्ञात हो कि मामले को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा चार सदस्य की टीम बनाई गई थी , टीम द्वारा जांच प्रतिवेदन जिला शिक्षा अधिकारी को दिया गया है उसके बावजूद अभी तक कोई निराकरण नहीं हुआ है इस संबंध मे। यदि जाँच दल द्वारा जाँच प्रतिवेदन अभी तक नहीं सौपा गया है जिला शिक्षा कार्यालय पन्ना को, तो लापरवाही और स्वेच्छाचारिता का इससे बड़ा प्रमाण और क्या हो सकता है?
पूर्व प्रभारी प्राचार्य सुशील श्रीवास्तव और डी.डी.ओ शाहनगर रागिनी तिवारी द्वारा वेतन घोटाले का खेल रचा गया, शासन को अनुमानित 72 लाख रू0 की चपत लगाई गई है।
इनका कहना है : मेरे द्वारा मेरे द्वारा मेरे द्वारा जिस समय विद्यालय का प्रभार लिया गया था उसे समय भी श्री बागड़ी अनुपस्थित थे लिपिक ने बताया कि उनकी वेतन निकल रही है इस आधार पर हमारे द्वारा भी वेतन बनाकर बीईओ कार्यालय शाहनगर भेजी जाती रही तथा उनकी वेतन निकलती रही सुभाषिनी गुप्ता (प्राचार्य ) हाई स्कूल मैन्हा
विद्यालय से बिल आते हैं हमारे द्वारा सिर्फ वेतन निकलती है : रागिनी तिवारी , बीईओ शाह नगर।